No one is Perfect.That is why Pencils have erasers.

पयारे दोस्तों ,  प्रत्येक व्यक्ति में  कुछ  न कुछ खूबी होती  है । प्रकृति ने उसको प्रतिभा प्रदान की है । इसलिए हर व्यक्ति को अपनी प्रतिभा का  भरपूर  प्रयोग करना चाहिए ।

हमारे समाज में हर तरह के लोग है । ज्यादातर लोग ठीकठाक होते है लेकिन कुछ लोग मानसिक या शारीरिक कमियों के साथ जन्म लेते है । किन्तु कुछ समय बाद ट्रेनिंग और अपने आत्मबल से सभी जीना सीख जाते है ।

" आपके पास जो कुछ है।  उसका भरपूर प्रयोग करो । यदि जंगल में सबसे सुरीले पंछी ही गाएंगे और दूसरे पंछी खामोश हो जायेंगे तो मेरे दोस्तों पूरा का पूरा जंगल मौन हो जायेगा ।

आप जिस भी क्षेत्र में कार्यरत है उसमें पूरी निष्ठा से  काम करे । काम में गलती का होना स्वाविक है । मैंने कई सीनियर्स से सुना है कि गलती भी उन्ही से होती है जो काम करते है । जो काम ही नहीं करते उनसे गलती  होने का तो सवाल ही नहीं उठता ।

एक बार किसी सफल व्यक्ति से एक  इंटरव्यू में पूछा गया कि आपकी सफलता का क्या राज है । तो जानते है दोस्तों उसने क्या जवाव दिया । उसने जवाव दिया - "मेरी गलतिया । यदि मैं गलतिया नहीं करता तो शायद  मुझे ये मुकाम नहीं मिलता । मेरी हर गलती के बाद, मैं कुछ नया सीखता और उसमे सुधार करके मै और आगे बढ़ता  और आज आपके सामने हूँ । " मारकोनी , एडिसन , अब्राहिम लिंकन और हर सफल व्यक्ति इन्ही गलतियों के रास्ते को पार करके ही आगे है ।

यदि आपसे गलती होती है तो घबराइए  मत । ध्यान से चेक कीजिये , उसमें सुधार कीजिये । और हो सके तो अपने collegues से भी एक बार चेक करवा ले । इस तरह आप अपनी गलतियों पर कंट्रोल कर सकेंगे।

Main Motive काम को किसी भी तरह से पूरा करना होता है । काम करने के  तरीके की तुलना में नतीजे का  महत्व  है ।


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आभासी दुनिया से बाहर निकलना

ईमेल, फेसबुक, ट्विटर, चैट, मोबाइल और शेयरिंग की दुनिया में यह बहुत संभव है कि आप वास्तविक दुनिया से दूर होते जाएँ. ये चीज़ें बुरी नहीं हैं लेकिन ये वास्तविक दुनिया में आमने-सामने घटित होनेवाले संपर्क का स्थान नहीं ले सकतीं. लोगों से मेलमिलाप रखने, उनके सुख-दुःख में शरीक होने से ज्यादा कनेक्टिंग और कुछ नहीं है. आप चाहे जिस विधि से लोगों से जुड़ना चाहें, आपका लक्ष्य होना चाहिए कि आप लम्बे समय के लिए जुड़ें. दोस्तों की संख्या नहीं बल्कि उनके साथ की कीमत होती है.

बोनस टिप:

हम कई अवसरों पर खुद को पीछे कर देते हैं क्योंकि हमें कुछ पता नहीं होता या हम यह नहीं जानते कि शुरुआत कहाँ से करें. ऐसे में “मैं नहीं जानता” कहने के बजाय “मैं यह जानकर रहूँगा” कहने की आदत डालें. यह टिप दिखने में आसान है पर बड़े करिश्मे कर सकती है. इसे अपनाकर आप बिजनेस में आगे रहने के लिए ज़रूरी आक्रामकता दिखा सकते हैं. आप योजनाबद्ध तरीके से अपनी किताबें छपवा सकते हैं. और यदि आप ठान ही लें तो पूरी दुनिया घूमने के लिए भी निकल सकते हैं. संकल्प लें कि आप जानकारी नहीं होने को अपनी प्रगति की राह का रोड़ा नहीं बनने देंगे.

अपने हुनर और काबिलियत को निखारें:

पेन और पेपर लें. पेपर के बीच एक लाइन खींचकर दो कॉलम बनायें. पहले कॉलम में अपने पिछले तीस दिनों के सारे गैरज़रूरी खर्चे लिखें जैसे अनावश्यक कपड़ों, शौपिंग, जंक फ़ूड, सिनेमा, मौज-मजे में खर्च की गयी रकम. हर महीने चुकाए जाने वाले ज़रूरी बिलों की रकम इसमें शामिल न करें. अब दूसरे कॉलम में उन चीज़ों के बारे में लिखें जिन्हें आप पैसे की कमी के कारण कर नहीं पा रहे हैं. शायद आप किसी वर्कशौप या कोचिंग में जाना चाहते हों या आपको एक्सरसाइज बाइक खरीदनी हो. आप पहले कॉलम में किये गए खर्चों में कटौती करके दुसरे कॉलम में शामिल चीज़ों के लिए जगह बना सकते हैं.