अपनी उन्नति का रहस्य

दोस्तों आज का विषय है - अपनी उन्नति का रहस्य ।
हम सभी ने अपने आसपास देखा ही होगा कि हमारे पास कुछ ऐसे लोग है जो हमेशा खुश रहते है और कुछ ऐसे भी है जो हमेशा दुःख की ही बाते ही करते है| कभी गलती से उनका हाल चाल पूछ लिया तो बस चालू हो जाते है - बहुत बुरा हाल है, सब मौज ले रहे है, बस ऊपर वाला हमारी ही नहीं सुनता । किस्मत ही ख़राब है अपनी तो ।
आज इन्ही लोगो की बाते है करते है आपसे । इनके साथ बैठना किसी को अच्छा नहीं लगता क्योकि इनसे सामने वाले को कुछ learning नहीं मिलती । इनका लोग धीरे धीरे मजाक उड़ाना चालू कर देते है । ये बाते ये भी जानने लगते है और फिर परेशानिया दिन पे दिन और बढ़ने लगती है । वो जब खली बैठते है , टीवी देखते है बस कामयाब होने की सोचते रहते है । लेकिन दोस्तों इनकी सोच सही दिशा में नहीं होती । जब टीवी पर बाबा लोगो की ऐड आती हे - लक्की लॉकेट्स, सिद्ध यन्त्र और हाँ चमत्कारी स्टोन | इनको देख कर तो इनकी मानो जैसे लाटरी ही निकल जाती है । आपने काफी दोस्तों को ये साड़ी चीजे उसे करते हुए देखा होग।
मै किसी को गलत नहीं बता रहा मगर मेरा ऐसा मानना है कि ये सही डायरेक्शन नहीं है । आप बताइये दोस्तों आपको प्यास लगी है और आपके सामने स्टील का गिलास न होकर सोने का गिलास भी क्यों ना रख दिया जाय , आपकी प्यास केवल पानी पीने से ही मिटेगी न की गिलास को बदल देने पर । यानि सिर्फ यन्त्र, ताबीज़ और उपाय करने से आप सफलता को हासिल नहीं कर सकते ।
कुछ लोग ज्योतिष आचार्यो के पास जाते है । वो उनको बाते है कि आपके ऊपर फलाना गृह है जिसके कुप्रभाव की वजह से आपके काम नहीं बन रहे | ये उपाय करवा लो सब ठीक हो जाएगा | क्या वो ठीक हो जायेंगे । नहीं दोस्तों क्यूंकि जबाव् बिलकुल साफ़ है की आदि आपको बुखार है तो केवल बुखार की ही दवाई आपको ठीक कर पाएगी और किसी बीमारी की नहीं ।
दोस्तों अपने अनुभव के आधार पर जो निम्न उपाय है जिनके द्वारा ये लोग और जो भी सफल होना चाहता है कामयाबी को पा सकेंगे :
१. अपने क्षेत्र में चाहे वो स्टडी हो या जॉब , अच्छी पकड़ होनी चाहिए । जैसे यदि कोई क्वालिटी इंजीनियर है तो उसे अपनी जॉब प्रोफाइल (सभी क़्वालिटी टूल्स) की अच्छी नॉलेज होनी चाहिए ।
२. उसे अपने विचारो को हमेशा सकारात्मक बनाये रखने के लिए मोटिवेशनल बुक्स और अच्छे लोगो के साथ रहना चाहिए ।
३. दोस्तों जिंदगी के हर दौर में रुकावटे आती ही है , मगर हम को उन्हें पार करना चाहिए । विजेता वही होता है जो अंतिम समय तक रेस में शामिल रहता है ।
ये तो कुछ बाते है जिनके द्वारा मैं सिर्फ और सिर्फ आपको ये शेयर करना चाहता हु कि आप भी और लोगो की तरह ही हो जो खुश रहते है, जो सफल है । उनमे शामिल होइए और अपनी लाइन में कौशिश करते रहिये । यही उन्नति का रहस्य है -
भाग लो या भाग लो ।
Participate or Run away .


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आभासी दुनिया से बाहर निकलना

ईमेल, फेसबुक, ट्विटर, चैट, मोबाइल और शेयरिंग की दुनिया में यह बहुत संभव है कि आप वास्तविक दुनिया से दूर होते जाएँ. ये चीज़ें बुरी नहीं हैं लेकिन ये वास्तविक दुनिया में आमने-सामने घटित होनेवाले संपर्क का स्थान नहीं ले सकतीं. लोगों से मेलमिलाप रखने, उनके सुख-दुःख में शरीक होने से ज्यादा कनेक्टिंग और कुछ नहीं है. आप चाहे जिस विधि से लोगों से जुड़ना चाहें, आपका लक्ष्य होना चाहिए कि आप लम्बे समय के लिए जुड़ें. दोस्तों की संख्या नहीं बल्कि उनके साथ की कीमत होती है.

बोनस टिप:

हम कई अवसरों पर खुद को पीछे कर देते हैं क्योंकि हमें कुछ पता नहीं होता या हम यह नहीं जानते कि शुरुआत कहाँ से करें. ऐसे में “मैं नहीं जानता” कहने के बजाय “मैं यह जानकर रहूँगा” कहने की आदत डालें. यह टिप दिखने में आसान है पर बड़े करिश्मे कर सकती है. इसे अपनाकर आप बिजनेस में आगे रहने के लिए ज़रूरी आक्रामकता दिखा सकते हैं. आप योजनाबद्ध तरीके से अपनी किताबें छपवा सकते हैं. और यदि आप ठान ही लें तो पूरी दुनिया घूमने के लिए भी निकल सकते हैं. संकल्प लें कि आप जानकारी नहीं होने को अपनी प्रगति की राह का रोड़ा नहीं बनने देंगे.

अपने हुनर और काबिलियत को निखारें:

पेन और पेपर लें. पेपर के बीच एक लाइन खींचकर दो कॉलम बनायें. पहले कॉलम में अपने पिछले तीस दिनों के सारे गैरज़रूरी खर्चे लिखें जैसे अनावश्यक कपड़ों, शौपिंग, जंक फ़ूड, सिनेमा, मौज-मजे में खर्च की गयी रकम. हर महीने चुकाए जाने वाले ज़रूरी बिलों की रकम इसमें शामिल न करें. अब दूसरे कॉलम में उन चीज़ों के बारे में लिखें जिन्हें आप पैसे की कमी के कारण कर नहीं पा रहे हैं. शायद आप किसी वर्कशौप या कोचिंग में जाना चाहते हों या आपको एक्सरसाइज बाइक खरीदनी हो. आप पहले कॉलम में किये गए खर्चों में कटौती करके दुसरे कॉलम में शामिल चीज़ों के लिए जगह बना सकते हैं.