For Achieving Goal :

दुनिया में कुछ भी असंभव नहीं होता है किन्तु क्या सब कुछ हम ही कर लेंगे ?

किसी व्यक्ति ने अनेक छेत्रो में सफलता पाई हो ऐसा शायद ही सुना होगा।
वास्तव में हम किसी एक ही विषय/छेत्र को चुने तो ज्यादा से ज्यादा उस विषय की जानकारी रख सकते है, और अपने सफल होने की सम्भावना बढ़ा सकते है।
अपनी छमता को ध्यान में रखकर अपने लिए लक्ष्य निर्धारित करे और अपने फैसले पर पूरा भरोसा करे। अपने लक्ष्य का कोई नाम,आकार ज़रूर तय करे।
स्वयं को सफलता दिलाने का संकल्प ले और प्रयास करे पूरे मन से।
यदि लक्ष्य के प्रति अपनी छमता पर शंका रखे तो हम अपने संकल्प से डगमगाने लगेंगे ।

निम्न को प्रतिदिन दोहराए- 

१. अपनी सफलता के प्रति पूरी तरह से आश्वस्त हूँ।
२. मुझे अपनी योग्यता/ छमता को निरंतर बढ़ाते रहना है।
३. मौका कभी भी मिल सकता है इसलिए मुझे हमेशा तैयार रहना है।
४. ईश्वर कभी मेरे साथ गलत नहीं देगा ।
५. गलत रास्तो से चलकर सफल नहीं हो सकते बल्कि सफलता की सम्भावना ही ख़त्म हो सकती है।
६. जब तक जीवन है सफल होने की सम्भावना बनी रहेगी। मुझे अंतिम सांस तक अपना प्रयास जारी रखना है।
७. सफलता,जीवन में आये कष्टों को एक पल में मिटा देगा, इसलिए कष्टों की परवाह किये बिना अपना श्रेष्टतम करने का प्रयास करूंगा।
८. जीवन यापन के लिए कोई भी अन्य कार्य करना पड़े किन्तु अपने लक्ष्य को सदैव ध्यान में रखूँगा।
९. मुझे सफल होने से कोई नहीं रोक सकता।




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आभासी दुनिया से बाहर निकलना

ईमेल, फेसबुक, ट्विटर, चैट, मोबाइल और शेयरिंग की दुनिया में यह बहुत संभव है कि आप वास्तविक दुनिया से दूर होते जाएँ. ये चीज़ें बुरी नहीं हैं लेकिन ये वास्तविक दुनिया में आमने-सामने घटित होनेवाले संपर्क का स्थान नहीं ले सकतीं. लोगों से मेलमिलाप रखने, उनके सुख-दुःख में शरीक होने से ज्यादा कनेक्टिंग और कुछ नहीं है. आप चाहे जिस विधि से लोगों से जुड़ना चाहें, आपका लक्ष्य होना चाहिए कि आप लम्बे समय के लिए जुड़ें. दोस्तों की संख्या नहीं बल्कि उनके साथ की कीमत होती है.

बोनस टिप:

हम कई अवसरों पर खुद को पीछे कर देते हैं क्योंकि हमें कुछ पता नहीं होता या हम यह नहीं जानते कि शुरुआत कहाँ से करें. ऐसे में “मैं नहीं जानता” कहने के बजाय “मैं यह जानकर रहूँगा” कहने की आदत डालें. यह टिप दिखने में आसान है पर बड़े करिश्मे कर सकती है. इसे अपनाकर आप बिजनेस में आगे रहने के लिए ज़रूरी आक्रामकता दिखा सकते हैं. आप योजनाबद्ध तरीके से अपनी किताबें छपवा सकते हैं. और यदि आप ठान ही लें तो पूरी दुनिया घूमने के लिए भी निकल सकते हैं. संकल्प लें कि आप जानकारी नहीं होने को अपनी प्रगति की राह का रोड़ा नहीं बनने देंगे.

अपने हुनर और काबिलियत को निखारें:

पेन और पेपर लें. पेपर के बीच एक लाइन खींचकर दो कॉलम बनायें. पहले कॉलम में अपने पिछले तीस दिनों के सारे गैरज़रूरी खर्चे लिखें जैसे अनावश्यक कपड़ों, शौपिंग, जंक फ़ूड, सिनेमा, मौज-मजे में खर्च की गयी रकम. हर महीने चुकाए जाने वाले ज़रूरी बिलों की रकम इसमें शामिल न करें. अब दूसरे कॉलम में उन चीज़ों के बारे में लिखें जिन्हें आप पैसे की कमी के कारण कर नहीं पा रहे हैं. शायद आप किसी वर्कशौप या कोचिंग में जाना चाहते हों या आपको एक्सरसाइज बाइक खरीदनी हो. आप पहले कॉलम में किये गए खर्चों में कटौती करके दुसरे कॉलम में शामिल चीज़ों के लिए जगह बना सकते हैं.