Work like as Entrepreneur not as Employee



दोस्तों खुद को एक कंपनी मान लीजिये । जैसे आप एक Recruiter हो तो आप की कंपनी का नाम  (your name) Corporation) है जो Main Company (जिसमे अभी आप काम कर रहे हो) को Recruitment services दे रही है । 

आप खुद analyse करो कि Company को आपकी कंपनी कितना कंट्रीब्यूशन कर रही है, आप अपनी Value और कैसे बढ़ा  सकते हो | हम जो काम कर रहे है उससे और कैसे Value add कर सकते है |

क्योकि जैसे जैसे आप अपनी सर्विसेज बढ़ाएंगे आपका -
Contribution (कंट्रीब्यूशन) बढेगा |
Skills improve (स्किल्स इम्प्रूव) होंगे |
Knowledge (नॉलेज) बढ़ेगी |
Competencies बढ़ेगी |
Commitment (कमिटमेंट) add होंगी |
Relations strong (रिलेशन स्ट्रांग) होंगे |

अपने आसपास देखो, जिसने अपनी सर्विसेज (Services) बढ़ायी , उसकी reputation  बढ़ी|  उसकी सैलरी बढ़ी,  उसका प्रमोशन हुआ |

कुछ लोग दुसरो को बढ़ता हुआ देखते है और प्रमोशन होते हुए देखते है, तो कहते है कि ये चमचागिरी करता है या इसकी किस्मत अच्छी है, लेकिन दोस्तों, ये वो लोग होते है, जो खुद तो कुछ करते नहीं और दुसरो को blame करते रहते है |

तो दोस्तों ये आपके हाथ में है कि आप को अपनी कंपनी को डुबोना  है या आगे grow करना है |


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आभासी दुनिया से बाहर निकलना

ईमेल, फेसबुक, ट्विटर, चैट, मोबाइल और शेयरिंग की दुनिया में यह बहुत संभव है कि आप वास्तविक दुनिया से दूर होते जाएँ. ये चीज़ें बुरी नहीं हैं लेकिन ये वास्तविक दुनिया में आमने-सामने घटित होनेवाले संपर्क का स्थान नहीं ले सकतीं. लोगों से मेलमिलाप रखने, उनके सुख-दुःख में शरीक होने से ज्यादा कनेक्टिंग और कुछ नहीं है. आप चाहे जिस विधि से लोगों से जुड़ना चाहें, आपका लक्ष्य होना चाहिए कि आप लम्बे समय के लिए जुड़ें. दोस्तों की संख्या नहीं बल्कि उनके साथ की कीमत होती है.

बोनस टिप:

हम कई अवसरों पर खुद को पीछे कर देते हैं क्योंकि हमें कुछ पता नहीं होता या हम यह नहीं जानते कि शुरुआत कहाँ से करें. ऐसे में “मैं नहीं जानता” कहने के बजाय “मैं यह जानकर रहूँगा” कहने की आदत डालें. यह टिप दिखने में आसान है पर बड़े करिश्मे कर सकती है. इसे अपनाकर आप बिजनेस में आगे रहने के लिए ज़रूरी आक्रामकता दिखा सकते हैं. आप योजनाबद्ध तरीके से अपनी किताबें छपवा सकते हैं. और यदि आप ठान ही लें तो पूरी दुनिया घूमने के लिए भी निकल सकते हैं. संकल्प लें कि आप जानकारी नहीं होने को अपनी प्रगति की राह का रोड़ा नहीं बनने देंगे.

अपने हुनर और काबिलियत को निखारें:

पेन और पेपर लें. पेपर के बीच एक लाइन खींचकर दो कॉलम बनायें. पहले कॉलम में अपने पिछले तीस दिनों के सारे गैरज़रूरी खर्चे लिखें जैसे अनावश्यक कपड़ों, शौपिंग, जंक फ़ूड, सिनेमा, मौज-मजे में खर्च की गयी रकम. हर महीने चुकाए जाने वाले ज़रूरी बिलों की रकम इसमें शामिल न करें. अब दूसरे कॉलम में उन चीज़ों के बारे में लिखें जिन्हें आप पैसे की कमी के कारण कर नहीं पा रहे हैं. शायद आप किसी वर्कशौप या कोचिंग में जाना चाहते हों या आपको एक्सरसाइज बाइक खरीदनी हो. आप पहले कॉलम में किये गए खर्चों में कटौती करके दुसरे कॉलम में शामिल चीज़ों के लिए जगह बना सकते हैं.